बेहतर संवाद कैसे हो? अब सवाल उठता है कि आखिर कक्षा में शिक्षक और बच्चों के बीच बेहतर संवाद का क्या मतलब है ? कक्षा में बच्चों और शिक्षक के मध्य संवाद या बच्चों के बीच आपसी संवाद या किसी के भी मध्य बेहतर संवाद का मतलब होता है कि संवाद में भाग लेने वाले सभी लोगों और पक्षों को अपनी बात कहने का अवसर मिलें। सभी अपनी बात बगैर किसी डर के कह सकें, क्योंकि संवाद में पद, लिंग, जाति, धर्म या और किसी भी वजह से डर होने पर संवाद का स्तर बहुत ही निम्न कोटी का हो जाता है। सामने वाला अपनी बात कहना चाहता है मगर किसी ना किसी डर की वजह से वह अपनी बात नहीं कह पाता। इस तरह को कोई भी अवरोध संवाद को एकतरफा और बहुत ही अलोकतांत्रिक बना देता है। बोझिल और नीरस बना देता है। संवाद में ध्यान रखना होता है कि वक्ता हमेशा सरल भाषा का इस्तेमाल करें। सरल भाषा मतलब आम बोलचाल की भाषा जिसे कोई भी आसानी से समझ सकें। वक्ता अपनी बात कहते समय सहज और आत्मविश्वास के साथ रहें। आपस में बात कर रहें दो लोगों का एक-दूसरे के प्रति भरपूर सम्मान भी होना चाहिए, अगर बात कर रहें दो लोग एक-दूसरे का सम्मान नहीं करेंगे तो बातची...